नंगल (पंजाब) के साथ लगते हिमाचल प्रदेश के एक गांव "हण्ड़ोला" में स्थित एक झूला पुल ..... इस पुल का नाम भी इसके गांव के नाम पर ही है... यानी कि "हण्ड़ोला पुल"
मित्रों, इस पुल ने एशिया के नम्बर वन, "भाखड़ा बांध" के बनने में अहम भूमिका निभाई है।
भाखड़ा बांध का निर्माण कार्य अमेरिका निवासी चीफ इंजीनियर, सर सुलोकम की देखरेख में हुआ था, जिन्हें उस समय के हिसाब से देश का सबसे ज्यादा मासिक वेतन मिलता था...यानि कि उस समय के राष्ट्रपति से भी ज्यादा......!!
बांध निर्माण अधीन समय, इस पुल पर वो कनवेयर बैल्ट, जो कि निर्माण सामग्री आदि ले कर जाती थी... चलती थी और कई किलोमीटर लम्बी भी थी। कनवेयर बैल्ट की राह में आते सतलुत दरिया से पार, निर्माणाधीन भाखड़ा बांध तक सामान ले जाने के लिए ही इस पुल का निर्माण किया गया था।
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स्कूली बच्चों और गाँव वालो का रोज का रास्ता... हण्ड़ोला पुल |
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सतलुज दरिया में चल रही नाव... क्या नज़ारा है... |
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जूम कर देखे... टनल से निकलती नंगल-भाखड़ा खिलौना गाड़ी |
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सतलुज तट पर भगवान ब्रह्मा जी का मंदिर.... ब्रह्मोती |
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हण्ड़ोला पुल.... चढ़े अपनी जिम्मेबारी पर.... |
अब यह पुल....हण्ड़ोला और नहेला गांव को जोड़ने का काम कर रहा है, इस पर सिर्फ पैदल ही जा सकते हैं, वो भी अपनी जिम्मेबारी पर.....!!!
जब मैं पुल पर चढ़ा तो सरकारी स्कूल नहेला से बच्चे पढ़ कर वापस हण्ड़ोला की ओर आ रहे थे, और उनके चलने से पुल भी झूल रहा था। सतलुज दरिया के ऊपर बने इस पुल के एक तरफ तो भगवान ब्रह्मा जी का मंदिर.. "ब्रह्मोती" दूर सतलुज के तट पर नजर आता हैं और दूसरी दिशा में दरिया किनारे नंगल-भाखड़ा खिलौना गाड़ी के रेलवे ट्रैक की टनल दिखाई देती हैं, मेरी खुशकिस्मती से उसी समय टनल से गाड़ी भी आ निकली, जो भाखड़ा जा रही थी। मैने बिना देर किए उसे भी चित्र में कैद कर लिया।
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सिर्फ पैदल ही मान्य... हण्ड़ोला पुल
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VERY NICE
जवाब देंहटाएंबेहद धन्यवाद दत्ता जी।
हटाएंबेहद धन्यवाद दत्ता जी।
हटाएंUnique description....यह ब्रिटिश enhineering है...
जवाब देंहटाएंबेहद धन्यवाद प्रतीक जी, परन्तु यह पुल अंग्रेज़ों के समय में नही आजादी के बाद भाखड़ा बाँध बनाने के लिए बना था जी।
जवाब देंहटाएंबेहद धन्यवाद प्रतीक जी, परन्तु यह पुल अंग्रेज़ों के समय में नही आजादी के बाद भाखड़ा बाँध बनाने के लिए बना था जी।
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