tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post7931250228301289627..comments2024-03-26T19:01:49.199+05:30Comments on मेरा घुमक्कड़ ग्रंथ: भाग-19 श्री खंड महादेव कैलाश की ओर.... Shrikhand Mahadev yatra(5227mt)Vikas Nardahttp://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-52864009655886509802021-12-12T21:10:30.495+05:302021-12-12T21:10:30.495+05:30बेहद धन्यवाद जी।बेहद धन्यवाद जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-46415014237335977972021-12-12T21:10:14.799+05:302021-12-12T21:10:14.799+05:30बेहद धन्यवाद धीरेंद्र जी....आस करता हूँ कि आप जन्म...बेहद धन्यवाद धीरेंद्र जी....आस करता हूँ कि आप जन्म में ही यह यात्रा अवश्य करें।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-35194391460130128542021-12-12T21:08:50.440+05:302021-12-12T21:08:50.440+05:30बेहद धन्यवाद अनुराग जी।बेहद धन्यवाद अनुराग जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-10963523001225928752021-12-12T21:08:21.040+05:302021-12-12T21:08:21.040+05:30जी हाँ, जी।जी हाँ, जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-1217297040330877502021-12-12T21:08:02.656+05:302021-12-12T21:08:02.656+05:30बेहद धन्यवाद जी।बेहद धन्यवाद जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-31440812688642569092021-06-20T22:21:50.119+05:302021-06-20T22:21:50.119+05:30Ek numbarEk numbarAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/14516922393205601415noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-65648490841542978692021-06-18T09:37:26.357+05:302021-06-18T09:37:26.357+05:30भाई जी
अगले जन्म में जरूर इस यात्रा को करना चाहूंग...भाई जी<br />अगले जन्म में जरूर इस यात्रा को करना चाहूंगा।।<br />क्योकि स्वास्थ्य कारणों से इस जन्म में सम्भव नही ।।<br />पर आपका लेखन मुझे काफी हद तक इस यात्रा में अपने साथ ले चल रहा हैधीरेंद्र विक्रम पटेलhttps://www.blogger.com/profile/10053777200356036076noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-71151895100055760022019-05-04T07:37:29.237+05:302019-05-04T07:37:29.237+05:30वाहवाहअनुराग जगधारीhttps://www.blogger.com/profile/15098531094318777744noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-59428918508662807622019-05-02T00:49:27.415+05:302019-05-02T00:49:27.415+05:30जमीन में खाना भरकर वो लोग चले जाते है और प्राकृतिक...जमीन में खाना भरकर वो लोग चले जाते है और प्राकृतिक फ्रिज उसको खराब नही होने देता क्या दिमाग हैं लोगो के पासदर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-12136448069162500622019-05-02T00:48:06.724+05:302019-05-02T00:48:06.724+05:30बहुत बढ़िया लेख । आपकी लेखनी से सुंदरता का बखान सुन...बहुत बढ़िया लेख । आपकी लेखनी से सुंदरता का बखान सुन सुनकर जाने का मोह बन रहा है लेकिन जानती हूं ये दिल बहलाने की बाते हैं । लेकिन 30 साल पुराना जोश और ताकत होती तो जरूर यहां जाती 👍दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-33717676185648463862018-01-24T18:11:32.363+05:302018-01-24T18:11:32.363+05:30अनेक धन्यवाद, गांधी साहब। अनेक धन्यवाद, गांधी साहब। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-43734345839885885012018-01-20T19:53:32.973+05:302018-01-20T19:53:32.973+05:30Wow.... Learnt lot of new points, awesome clicks. ...Wow.... Learnt lot of new points, awesome clicks. Amazing Dr Rakesh Gandhi Advocatehttps://www.blogger.com/profile/10811364643295088196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-75102196621947540532017-09-05T16:47:29.613+05:302017-09-05T16:47:29.613+05:30प्रतीक जी, आदमी को खुद ही अपनी बुराईयाँ पता होती ...प्रतीक जी, आदमी को खुद ही अपनी बुराईयाँ पता होती है... जी Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-13560091817003704402017-09-04T00:26:41.665+05:302017-09-04T00:26:41.665+05:30Awsome आ गया आपका सही लिखा है वैसे आप अहम् से भरे ...Awsome आ गया आपका सही लिखा है वैसे आप अहम् से भरे इंसान तो लगते नहीं खैर बहुत अच्छी पोस्टPratik Gandhihttps://www.blogger.com/profile/07320868028206324587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-79108639679354115292017-09-03T21:47:48.248+05:302017-09-03T21:47:48.248+05:30बेहद धन्यवाद अक्षय जी, किन्नर कैलाश यात्रा में गण...बेहद धन्यवाद अक्षय जी, किन्नर कैलाश यात्रा में गणेश पार्क में लगे ढाबें एक तो तंगलिंग गाँव से केवल 10किलोमीटर की दूरी पर है...इसलिए ढाबें वाला अपना सब नीचे वापस ले आते हैं.... परन्तु भीमद्वारी की दूरी इस दूरी से तीन गुणा है..... और मैने गणेश पार्क में देखा कि दुकानदार लोहे की पेटियों में अपना सामान रख कर उन्हें वहाँ ही छोड़ कर आ रहे थे..... Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-63997083401106489102017-09-03T14:41:24.070+05:302017-09-03T14:41:24.070+05:30बहुत ही उम्दा लेख भाई साहब।
ओर आपकी वो ग्लोबल वार्...बहुत ही उम्दा लेख भाई साहब।<br />ओर आपकी वो ग्लोबल वार्मिंग वाली बात तो दिल को छू गयी।<br /><br />ओर हाँ,<br /><br />जब मैंने यह सामान वाली बात किनोर कैलाश यात्रा में मिले दुकानदार से पूछी तो उसका जवाब इसके विपरीत था<br />उसने कहा था कि समान बचे तो , वो नीचे उसे लेकर ही जाते हैं।<br /><br />ओर भीमद्वारी के दृश्य वाकई मोहित करने वाले हैं।। आगामी लेखों का इंतजार रहेगा।<br /><br />इति शुभमधरतीपुत्रhttps://www.blogger.com/profile/16506701503525052398noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-29373649776325804052017-09-03T14:20:20.962+05:302017-09-03T14:20:20.962+05:30जी हां अभय आनंद जी .... मैने घुमक्कड़ी दिल से ग्र...जी हां अभय आनंद जी .... मैने घुमक्कड़ी दिल से ग्रुप में मुकेश पांडे जी की गुप्तेश्वर यात्रा को पढ़ा था..... जी, बेहद धन्यवाद जीVikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-4862751474744147032017-09-03T13:05:54.363+05:302017-09-03T13:05:54.363+05:30अनुराग जी, बेहद सारा आभार.....छोटी उमर से ही एक फ...अनुराग जी, बेहद सारा आभार.....छोटी उमर से ही एक फिल्मी गाना सुनता आ रहा था " यह कश्मीर है, यह कश्मीर है...!! " कश्मीर की सुंदरता को बाकी देश की पर्वतीय स्थलों की सुंदरता को पीछे कर फिल्मी जगत ने खूब उछाला.....मैं पिछले साल पहली बार परिवार के संग कश्मीर भ्रमण पर गया था.... और मेरे कश्मीर दर्शन के अनुभव मुझे संतुष्ट नही कर पाये.....बचपन में जैसा कश्मीर मैने फिल्मों में देखा था, वो नही देख पाया..... इसके पीछे मुख्य कारण आपकी मानसिक स्तिथि है, जो कश्मीर के माहौल में खुद व खुद बिगड़ जाती है..... बाकी इस विषय पर कुछ चर्चा मेरी अगली किश्त में भी है........जी <br /> और एक बात, आपके अंतिम शब्दों के बारे में... यदि भोजन स्वाद लगे तो उसे हिसाब, संयम या भूख रख कर खाना चाहिए, नही तो या तो आपका पेट खराब हो जाएगा.. या फिर उस व्यंजन से आपका मन भर जाएगा......... जी, और निकल चले हिमालय की ओर, हर बुग्याल आपकी राह दे रहा है जी Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-4111621474341185122017-09-03T13:03:22.348+05:302017-09-03T13:03:22.348+05:30जी..... बेहद धन्यवाद जी जी..... बेहद धन्यवाद जी Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-51392838271171932302017-09-03T10:56:44.239+05:302017-09-03T10:56:44.239+05:30वाह बहुत बढ़िया जी, वैसे बादल और कुहरे से ढके पहाड़ ...वाह बहुत बढ़िया जी, वैसे बादल और कुहरे से ढके पहाड़ मुझे बहुत अच्छे लगते हैं, बहुत ही विवरण, अगले भाग की प्रतीक्षा रहेगी , झरने बहुत खूबसूरत लग रहे हैं , वाह भष्मासुर वाली कहानी बहुत अच्छी लगी, कहते हैं की वरदान देने के बाद जब भस्मासुर ने शिव जी पर उस वरदान की सत्यता देखनी चाही तो शिव जी जहाँ जाकर शरण ली वो बिहार के सासाराम के पास गुप्तेश्वर धाम है, जहाँ का रास्ता भी बहुत मुश्किल है Abhyanand Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01204471317454601074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-25705877157349387612017-09-03T10:03:00.432+05:302017-09-03T10:03:00.432+05:30गर बरूऐ जमी अस्त !
अमी अस्त अमी अस्त अमी अस्त!!
भल...गर बरूऐ जमी अस्त !<br />अमी अस्त अमी अस्त अमी अस्त!!<br />भले ही कश्मीर के लिए कहा हो पर शायद उन्होने हिमाचल और उत्तरांचल नही देखा होगा शायद। <br />धर्म के पीछे का वैज्ञानिक दृष्टिकोण ही हमें अंधभक्ति से बचाती है। संसार संबंधों की श्रृखला ही तो है जी कभी हम सहायतार्थ होते है कभी सहायताप्राप्त।<br />और अंत में, पहले की तरह दर्शन से भरा सुदंर यात्रा वर्णन। ऐसे सफर तो मंजिल से भी ज्यादा हसीन है जी। 😊😊<br />पहले तो आग घी के सहारे जल रही थी, भीमद्वारी ने सोडियम डाल दिया।😃<br /> अब तो बस पैर मजबुत करने है,मध्य हिमालय के दयारा बुग्याल देखे दो साल हो गये।अनुराग चतुर्वेदी https://www.blogger.com/profile/12512694470640511530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-41323334735619406142017-09-03T09:57:31.333+05:302017-09-03T09:57:31.333+05:30आप जिस तसल्ली से अपनी 'व्याकुलता' को शब्दो...आप जिस तसल्ली से अपनी 'व्याकुलता' को शब्दों मे ढालते है, पाठक भी व्याकुलता और तसल्ली, दोनो ही भाव से पढ़ता है. बेहद खूबसूरत नज़ारे और यात्रा व्र्तान्तJaishreehttp://manishjaishree.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-80737873917109074212017-09-03T09:30:22.584+05:302017-09-03T09:30:22.584+05:30जी संदीप जी, भीमद्वारी श्री खंड क्षेत्र का सबसे मन...जी संदीप जी, भीमद्वारी श्री खंड क्षेत्र का सबसे मनोरम स्थल है...जब थका हारा यात्री यहाँ पहुँचता है तो यह प्राकृतिक सौंदर्य देख तरोताज़ा महसूस करने लगता है...... Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-48887471695814573562017-09-03T08:14:01.875+05:302017-09-03T08:14:01.875+05:30भारी सामान ये टैंट वाले जमीन में गड्ढा खोदकर दबा ज...भारी सामान ये टैंट वाले जमीन में गड्ढा खोदकर दबा जाते हैं अपनी यात्रा के दौरान हम जिस टेंट में रुके थे उसने भी लगभग यही जानकारी दी थी।<br />यहां आकर जो नजारे दिखते हैं वह पूरी यात्रा के सबसे शानदार नजारे होते हैं <br />और आपकी यह बात पड़पोते वाली, पड़पोते आएंगे देखेंगे कि जंग लगा पानी मिलता है कि नहीं,<br /> बिल्कुल सही है हो सकता है तब तक दुनिया में बहुत कुछ बदल जाएSANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.com