tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post6811040537162709342..comments2024-03-26T19:01:49.199+05:30Comments on मेरा घुमक्कड़ ग्रंथ: भाग-24 श्री खंड महादेव कैलाश की ओर.... Shrikhand Mahadev yatra(5227mt)Vikas Nardahttp://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-45293508428949101462021-05-27T15:43:55.016+05:302021-05-27T15:43:55.016+05:30भाई रुला दिया अब तो आपने । भोले की माया भोले ही जा...भाई रुला दिया अब तो आपने । भोले की माया भोले ही जाने Sandeep Varshneyhttps://www.blogger.com/profile/12076558469159167408noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-70240870902604762252020-06-22T22:54:44.299+05:302020-06-22T22:54:44.299+05:30Vikas ji kafi ghamand h aapne
Aapki lekhani padhk...Vikas ji kafi ghamand h aapne <br />Aapki lekhani padhkar achha laga jisne aapke baare me sab bata diya <br />Jis haryana Jhajjar wale ladke pr (jiski death ho gayi thi ) ke baare me sujhav de rhe the aap to uss ladke se bhi aage nikal gayeAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/10506858996818777038noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-8896812046954951702019-05-05T22:48:45.753+05:302019-05-05T22:48:45.753+05:30आप के मुँह में घी-शक्कर, मैं खुद भी तत्परता से इं...आप के मुँह में घी-शक्कर, मैं खुद भी तत्परता से इंतजार कर रहा हूँ कि भगवान शिव मुझे फिर कब न्यौता भेजते है श्री खंड आने का ...जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-68605159719486370722019-05-02T19:09:19.811+05:302019-05-02T19:09:19.811+05:30विकास परेशान न हो विशाल जी ने सही कहा कि हमको लाश ...विकास परेशान न हो विशाल जी ने सही कहा कि हमको लाश बनकर नीचे नही उतरना है जान रही तो फिर से आ सकते हो ,पीछे अपनी प्यारी पत्नी और बच्चों को छोड़कर आये हो! ऊपर सचमुच मौत खड़ी हो और आपके शिव ने आपके प्राणों की रक्षा ही कि हो ! घुमक्कड़ी एक फितूर के अलावा कुछ नही है घुमक्कड़ी करो लेकिन सेफ़ली,मजे के लिए ,अपने आपको धोखा देने के लिए नही। दुख तो हुआ आपके साथ हम भी वापस आ गए लेकिन आपको ओर विशालजी को सेफ देखकर खुश हैं हम 😊 आपको शिव फिर बुलाएंगे यकीन कीजिए।दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-39506068243165754272019-05-02T16:33:45.959+05:302019-05-02T16:33:45.959+05:30इतनी तकलीफें सहने के बाद वापसी अत्यंत दुखी कर गई ।...इतनी तकलीफें सहने के बाद वापसी अत्यंत दुखी कर गई । ऐसा नही होना था लेकिन परिस्थिति ऐसी थी कि क्या भी जाय तो क्यादर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-8103087762862662432018-01-27T08:37:33.465+05:302018-01-27T08:37:33.465+05:30मैने भी अपने बीते जीवन के अनुभवों से पाया है कि जो...मैने भी अपने बीते जीवन के अनुभवों से पाया है कि जो भी घटनाएं जब घट रही होती हैं, हम कई बार उनका हमारे साथ उस समय घटना अच्छा नही लगता.... परन्तु कुछ समय बाद हम महसूस करते हैं कि चलो अच्छा ही हुआ उस समय वो काम नही हुआ, इससे ही मेरी बेहतरी हुई है जी........ आपकी शुभकामनाएं सदैव मेरे संग रहे, गांधी साहब। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-4376141907674742282018-01-27T08:32:31.473+05:302018-01-27T08:32:31.473+05:30आपकी शुभकामनाएं सदैव मेरे साथ रहे सिन्हा साहिब। आपकी शुभकामनाएं सदैव मेरे साथ रहे सिन्हा साहिब। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-65046731294612367322018-01-21T13:29:34.312+05:302018-01-21T13:29:34.312+05:30Sir.... It is not defeat or looser but whatever h...Sir.... It is not defeat or looser but whatever happens in our life that is for our betterment.....and one gains more than loosing, it is my own experience. God bless uDr Rakesh Gandhi Advocatehttps://www.blogger.com/profile/10811364643295088196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-90744959054491725642017-10-31T10:37:01.423+05:302017-10-31T10:37:01.423+05:30वैसे मुझे आपके इस यात्रा के शुरुआत के कुछ पोस्ट के...वैसे मुझे आपके इस यात्रा के शुरुआत के कुछ पोस्ट के बाद ही अंदाज हो गया था कि आपकी ये यात्राा अधूरी रह गई है, क्योंकि आपने कहीं पर इस बात का उल्लेख किया था कि यहां आने वाले लोगों में से आधे से भी कम लोग अपनी मंजिल तक पहुंच पाते हैं, और आपके उस कथन में छिपे हुए दर्द से इस बात का अंदाज हो गया था। पर निराश न हो विकास जी, इस बार न सही अगली बार आपकी यात्राा उम्मीदों से आगे जाकर एक सार्थक यात्राा होगी।Abhyanand Sinhahttps://www.blogger.com/profile/01204471317454601074noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-35329462703891121702017-10-24T09:03:20.254+05:302017-10-24T09:03:20.254+05:30प्रतीक जी .... आपके इस कथन का एक-एक शब्द मायने रखत...प्रतीक जी .... आपके इस कथन का एक-एक शब्द मायने रखता है जी, कि केवल थोड़ा सा दर्शन छूट जाने पर हमें बाकी जो बहुत दर्शन पाया उसे नही भूला चाहिए... सच में वह दर्शन ही सबसे खूबसूरत था, जो देखा....<br /> बाकी अंत में जो आपने बात लिखी है कि दर्शन के परम आंनद को यदि हम पा कर मर जाए, तो वो किस काम का.....उसका असली आनंद तो उस दर्शन के बारे में औरो को बताने में प्राप्त होता है, यदि हम ज़िंदा रहे तो। <br /> मेरी और विशाल जी की जोड़ी कायम है और कायम ही रहेगी.... हम दोनों भविष्य में इस नाकामयाबी को कामयाबी का रुप दे कर ही रहेंगें , जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-50083449810543002192017-10-24T00:59:54.972+05:302017-10-24T00:59:54.972+05:30रात के 1 बजे बहुत ध्यान से आपके और विशाल जी का वार...रात के 1 बजे बहुत ध्यान से आपके और विशाल जी का वार्तालाप पढ़ा और यकीन मानिए आप अपने भाव को मुझ तक पहुचाने में सफल रहे....में विशाल जी और आप दोनो जो समझ सकता हु..ऊपर एकाद लोगो ने आपको राय दी कि आगे जब जाना किसी ऐसे जो साथ न ले जाना...,में सिर्फ इतना कहूंगा कि जो होता है अच्छे के लिए होता है..कई बार मेरे मन में ऐसी टीस रह चुकी है लेकिन अब समय परिपक्वता का है..माना आपसे बहुत कुछ छूट गया केकी जो आपने पाया वो क्या काम है...रास्ते अक्सर मंजिल से अच्छे होते है और विशाल जी जैसे लोगो को एक या दो जगह न देख पाने की असफलता में कभी साथ न ले जाना छोड़ना.... मेने एक महान बुक in to the wild के ऊपर बाबी एक फ़िल्म देखी थी जो कि एक खोजी घुमक्कड़ और एक परिवार से बागी घुनक्कड़ की आत्मकथा थी उसने आखरी में खूबसूरत अलास्का में अकेले मृतयु को प्राप्त करने के पहले लिखा था ऊनी डायरी में खुशी वो नही जो आपने पा ली या जी ली ..असली खुशी वो है जो आपने बात कर जी है..खुशी का असली मजा या श्रीखंड महादेव के दर्शन का आनंद अकेले देखने से ज्यादा विशाल जी के साथ देखने में ही आएगा...धन्यवाद दिल से बहुत दिल स्व और बहुत अच्छी पोस्ट लिखने के लिएPratik Gandhihttps://www.blogger.com/profile/07320868028206324587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-74639686030705296672017-10-23T22:32:55.267+05:302017-10-23T22:32:55.267+05:30अनेको अनेक धन्यवाद, जय श्री जी। अनेको अनेक धन्यवाद, जय श्री जी। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-85387555485451170262017-10-23T21:25:47.282+05:302017-10-23T21:25:47.282+05:30लेख के इस भाग के द्वंद सिर्फ़ यात्रा के ही नहीं अप...लेख के इस भाग के द्वंद सिर्फ़ यात्रा के ही नहीं अपितु जीवन के भी द्वंद हैं. आप अपने मन के काले से लेकर सफेद रंग को बखूबी शब्दों मे ढालते हैं. jaishreehttps://www.manishjaishree.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-35527839695237057572017-10-23T19:21:30.614+05:302017-10-23T19:21:30.614+05:30वाह, सही कहा प्रवीण जी। वाह, सही कहा प्रवीण जी। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-67363094639097284432017-10-23T19:20:39.317+05:302017-10-23T19:20:39.317+05:30संदीप जी, बहुत खूब कहा आपने कि पहाड में जाना हमार...संदीप जी, बहुत खूब कहा आपने कि पहाड में जाना हमारी मर्जी, और वापसी पहाड की मर्जी..... इस यात्रा का कमजोर पहलू रहा, जब विशाल जी ने अंत में एक पथप्रदर्शक किया और हम उस पर निर्भर हो गए, खुद की सोच ही खत्म हो गई....यदि हम दोनों ही होते, तो परिस्थिति शायद कुछ और बन सकती थी.... हम अपनी सोच से उस परिस्थिति का हल निकालतें, जब कि विशाल जी ने अपने आप को पूरी तरह से पथप्रदर्शक केवल पर छोड़ दिया था और हर पथप्रदर्शक सुलझा हुआ अनुभवी नही हो सकता...जी। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-61325494310172115772017-10-23T19:09:57.993+05:302017-10-23T19:09:57.993+05:30अक्षय जी, देखो अब कब बुलाते है शंकर मुझे।अक्षय जी, देखो अब कब बुलाते है शंकर मुझे।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-57253734895485451532017-10-23T18:38:25.589+05:302017-10-23T18:38:25.589+05:30अनुराग जी, मुझे भी कताई उम्मीद नही थी कि मैं नाका...अनुराग जी, मुझे भी कताई उम्मीद नही थी कि मैं नाकामयाब सिद्ध हूंगा....इस नाकामयाब के बाद मैने तीन सफल ट्रैक किये...शायद ये इस नाकामयाबी से ली हुई सीख ही है.... बाकी फिर से जाऊँगा श्री खंड महादेव कैलाश..... देखो कब बुलाते है शिव शंकर।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-81381172076321873332017-10-22T18:33:06.171+05:302017-10-22T18:33:06.171+05:30जिंदगी एक मंज़िल नहीं बल्कि एक रास्ता है। आप रस्ते ...जिंदगी एक मंज़िल नहीं बल्कि एक रास्ता है। आप रस्ते पर चले इतना ही शुभ है। Praveen Wadhwahttps://www.blogger.com/profile/03781828709274600431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-31231963186224064132017-10-22T15:18:43.303+05:302017-10-22T15:18:43.303+05:30घुमक्कड़ी किस्मत से मिलती है।
जान सलामत तो हजार घु...घुमक्कड़ी किस्मत से मिलती है। <br />जान सलामत तो हजार घुमक्कड़ी हो जायेगी। <br />बेहतरीन निर्णय आगे न बढने वाला रहा, गलत निर्णय एक दो घंटा रुककर मौसम साफ होने का इंतजार नहीं किया।<br />आपके पास बहुत समय था। कम से कम 6 घंटे से ज्यादा का दिन फालतू पडा था।<br />खैर कोई नहीं, इसी बहाने अब पुनः जाओगे तो समय सीमा में बँधकर मत जाना, न ऐसे किसी को साथ ले जाना।<br />पहाड में जाना हमारी मर्जी, वापसी आना हमारे हाथ में नहीं होता... <br /> SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-74745344803212163102017-10-22T11:32:01.682+05:302017-10-22T11:32:01.682+05:30🙄😟 ये क्या हो गया..!!! ऐसी तो कतई भी उम्मीद न थी...🙄😟 ये क्या हो गया..!!! ऐसी तो कतई भी उम्मीद न थी, आपका उदास चेहरा देख, इतनी दूर हम भी दुखी हो गये ऐसा तो नहीं होना था।<br />हमारी ढेर सारी हार्दिक शुभकामनाएँ आपके साथ है, की आप अगले वर्ष श्री खंड के दर्शन कर अपना रिकार्ड और ये नाकामयाबी दोनों को धो डालिए।🙏🙌🙌 जय श्री खंड।।<br />💐🌸🌸🌸💐अनुराग चतुर्वेदी https://www.blogger.com/profile/12512694470640511530noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-91474241220632545202017-10-22T10:55:19.702+05:302017-10-22T10:55:19.702+05:30आपकी निराशा आपके मुखमण्डल पर साफ दिख रही है जी।
ब...आपकी निराशा आपके मुखमण्डल पर साफ दिख रही है जी।<br /><br />बहुत बार ऐसा होता है। मेरे साथ भी इस किनोर कैलाश यात्रा में हुआ था, जब सहयात्रियों ने मेरा विश्वास गिराया।<br /><br />आज अपकी यह रचना पढ़कर वह गीत जीवंत हो उठा। <br />शिव पापियाँ ने नईयों दिसदे।<br />पर आप पापी नही हो जी, भगवान किनोर कैलाश जी ने तो आपको दर्शन दे ही दिए।<br /><br />मन छोटा न करें। अगले वर्ष श्रीखण्ड की यात्रा करें। आपको मैं रास्ते मे ही मिलूँगा जी😀😀😅☺☺☺☺धरतीपुत्रhttps://www.blogger.com/profile/16506701503525052398noreply@blogger.com