tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post389098091082067318..comments2024-03-26T19:01:49.199+05:30Comments on मेरा घुमक्कड़ ग्रंथ: शिमला से आगे, "कूप्पड़ में गिरी गंगा...!" (कूप्पड़ ट्रैक)Vikas Nardahttp://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-36770656840822043582020-10-15T23:51:05.248+05:302020-10-15T23:51:05.248+05:30सुमधुर आभार मिश्रा जी। सुमधुर आभार मिश्रा जी। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-7244654304069008972020-10-15T22:41:15.692+05:302020-10-15T22:41:15.692+05:30बहुत ही सुन्दर, अद्भुत एवं आनंदमय यात्रा विवरण, अत...बहुत ही सुन्दर, अद्भुत एवं आनंदमय यात्रा विवरण, अत्यंत साहसिक एवं जबरदस्त प्रयास, आपके घुमक्कड़ी स्वभाव के कारण से फलीभूत हो पाया,आपका व्यक्तिव प्रेरणादायक है...!!����Santosh Kumar Mishranoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-22385349336619150712020-04-02T17:57:02.263+05:302020-04-02T17:57:02.263+05:30सुमधुर आभार प्रतीक भाई, पता नहीं मैं कैसे लिखे जा ...सुमधुर आभार प्रतीक भाई, पता नहीं मैं कैसे लिखे जा रहा हूँ...बस ऐसे ही लिखे जा रहा हूँ।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-38022471051525845772020-04-02T15:49:20.099+05:302020-04-02T15:49:20.099+05:30भाभी लताड़ती भी है कि अजी सुनते हो अलार्म बंद करो.....भाभी लताड़ती भी है कि अजी सुनते हो अलार्म बंद करो....भगवन न जाने मुझ आलसी में घूमने के नाम पर कहा से फुर्ती आ जाती है...पहाड़ी ड्राइवर हम मैदानी driver को हमेशा दबाती है....भोर कभी बोर नहीं करती....बेसुधी का राज उस बोतल के लाल पानी में हो शायद...आखिर आप रास्ता ढूंढते ढूंढते पहुच ही गए कुप्पड़ गिरी पर्वत पर और गिरी गंगा और स्वामी जी का राज भी पता चल गया...बहुत शानदार यात्रा और लेख....आपकी हिम्मत को भी सलाम Pratik Gandhihttps://www.blogger.com/profile/07320868028206324587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-48094949998118331492020-04-02T14:14:42.010+05:302020-04-02T14:14:42.010+05:30Haha Haha...सुमधुर आभार बुआ जी।Haha Haha...सुमधुर आभार बुआ जी।Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-57746944326996039012020-04-02T10:49:42.680+05:302020-04-02T10:49:42.680+05:30तुम्हारी हर यात्रा साहसिक ही होती हैं और एक अनजानी...तुम्हारी हर यात्रा साहसिक ही होती हैं और एक अनजानी जगह की यात्रा इतने सुंदर तरीके से तुम लिखते हो कि मैं तो तुम्हारी कलम की दीवानी हो गई हूं☺️ "दीवानी बुआ"������<br />ओर ये पांच पैसे ताँबे के तो मैंने कभी देखे नही लेकिन ऐसे "जस्ते" के बने पांच पैसे जरूर देखें हैं।शानदार यात्रा वृतांत ������ अगली यात्रा के इंतजार में☺️दर्शन कौर धनोयhttps://www.blogger.com/profile/06042751859429906396noreply@blogger.com