tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post237479435077736701..comments2024-03-26T19:01:49.199+05:30Comments on मेरा घुमक्कड़ ग्रंथ: भाग-3 पैदल यात्रा लमडल झील वाय गज पास.... LamDal yatra via Gaj pass(4470mt) Vikas Nardahttp://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-19026529241060028932018-12-22T12:18:07.907+05:302018-12-22T12:18:07.907+05:30बिल्कुल सही कहा आपने लोकेन्द्र जी, ट्रैकर को &quo...बिल्कुल सही कहा आपने लोकेन्द्र जी, ट्रैकर को "आसान" शब्द से ज्यादा मुहब्बत कम ही होती है जी। बाकी तब गज पास पर बादलों ने कब्जा कर रखा था जी, जो सबसे पहली फोटो में दिख भी रहा है। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-4171013493551809412018-12-22T12:14:11.333+05:302018-12-22T12:14:11.333+05:30हां जी, शायद वो हमें सिरफ़िरे ही समझ बैठे हो... प...हां जी, शायद वो हमें सिरफ़िरे ही समझ बैठे हो... प्रतीक जी। Vikas Nardahttps://www.blogger.com/profile/17968711799457133079noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-10155235676511754662017-12-12T21:08:42.264+05:302017-12-12T21:08:42.264+05:30गज पास की एक फोटो भी तो डाल देते भाई जी कठिन यात्र...गज पास की एक फोटो भी तो डाल देते भाई जी कठिन यात्रा करना ही तो घुम्मकड़ी का हिस्सा है क्योकी पर्यटक तो आसान यात्रा करते है और ट्रेकर इसके उलटलोकेन्द्र सिंह परिहारhttps://www.blogger.com/profile/03234216117606707143noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5524223547863816930.post-81465749906299331212017-12-12T19:49:01.016+05:302017-12-12T19:49:01.016+05:30बढ़िया शुरुआत... लोग आश्चर्य से देखने लगे गए कि कहा...बढ़िया शुरुआत... लोग आश्चर्य से देखने लगे गए कि कहा जा रहा है भाई.... वाकई वो भी शॉक हो गएPratik Gandhihttps://www.blogger.com/profile/07320868028206324587noreply@blogger.com